बड़े बुजुर्गों का महत्व – एक प्यारी कहानी

बड़े बुजुर्गों का महत्व – एक प्यारी कहानी


नेट पर पढी ये खूबसूरत कहानी. एक पिता ने अपने पुत्र की बहुत अच्छी तरह से परवरिश की … उसे अच्छी तरह से पढ़ाया, लिखाया, वह पुत्र एक सफल इंसान बना पिता अब बूढा हो चला था
एक दिन पिता को पुत्र से मिलने की इच्छा हुई और वो पुत्र से मिलने उसके ऑफिस में गया
वहां उसने देखा कि उसका पुत्र एक शानदार ऑफिस का अधिकारी बना हुआ है, उसके ऑफिस में सैंकड़ो कर्मचारी उसके under कार्य कर रहे है… !
ये सब देख कर पिता का सीना गर्व से फूल गया !
वो चुपके से उसके चेंबर में पीछे से जाकर उसके कंधे पर हाथ रख कर खड़ा हो गया
और प्यार से अपने पुत्र से पूछा…
“इस दुनिया का सबसे शक्तिशाली इंसान कौन है”? पुत्र ने पिता को बड़े प्यार से हंसते हुए कहा “मेरे अलावा कौन हो सकता है
पिता को इस जवाब की आशा नहीं थी, उसे विश्वास था कि उसका बेटा गर्व से कहेगा पिताजी इस दुनिया के सब से शक्तिशाली इंसान आप हैैं, जिन्होंने मुझे इतना योग्य बनाया !
उनकी आँखे छलछला आई ! वो चेंबर के गेट को खोल कर बाहर निकलने लगे !
उन्होंने एक बार पीछे मुड़ कर पुनः बेटे से पूछा एक बार फिर बताओ इस दुनिया का सब से शक्तिशाली इंसान कौन है
पुत्र ने इस बार कहा “पिताजी आप हैैं, इस दुनिया के सब से शक्तिशाली इंसान ”
पिता सुनकर आश्चर्यचकित हो गए उन्होंने कहा “अभी तो तुम अपने आप को इस दुनिया का सब से शक्तिशाली इंसान बता रहे थे अब तुम मुझे बता रहे हो ” ???
पुत्र ने हंसते हुए उन्हें अपने सामने बिठाते हुए कहा “पिताजी उस समय आप का हाथ मेरे कंधे पर था, जिस पुत्र के कंधे पर या सिर पर पिता का हाथ हो वो पुत्र तो दुनिया का सबसे शक्तिशाली इंसान ही होगा ना
पिता की आँखे भर आई उन्होंने अपने पुत्र को कस कर के अपने गले लग लिया
सच है जिस के कंधे पर या सिर पर पिता का हाथ होता है, वो इस दुनिया का सब से शक्तिशाली इंसान होता है ! सदैव बुजुर्गों का सम्मान करें!
हमारी सफलता के पीछे वे ही हैं बडे बुजुर्गों का प्यार आशीर्वाद सदा हम पर बना रहे … एक खूबसूरत सी कहानी  , बुजुर्ग हमारी धरोहर, बुजुर्ग हमारी धरोहर , बुजुर्गों की अहमियत ,

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